
श्री. पुष्कर सिंह धामी
माननीय मुख्यमंत्री, उत्तराखंड

श्री. सतपाल महाराज
माननीय लघु सिंचाई मंत्री

श्री युगल किशोर पंत (आईएएस)
सचिव लघु सिंचाई विभाग

इंजी. बृजेश कुमार तिवारी
मुख्य अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष,
लघु सिंचाई विभाग
सिंचाई की अवधारणा
आदिकाल में मानव सभ्यता के प्रथम चरण में कृषि पूर्णतया वर्षा पर निर्भर थी। कालान्तर में कृषि की सफलता के लिए सिंचाई की आवश्यकता प्रतीत हुई, इस प्रकार मानव सभ्यता के विकास के साथ सिंचाई के विकास का इतिहास भी सम्बद्ध है। हवा के साथ-साथ पानी भी जीवन के लिए आवश्यक तत्व है। समस्त प्राचीन […]
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लघु सिंचाई कार्यों की प्रकृति
लघु सिंचाई विभाग द्वारा समस्त जनपदों में निम्न प्रकार कार्य सफलतापूर्वक सम्पन्न करायें जा रहें हैं, यह साधन मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:-.....
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सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली
सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, सिंचाई की आधुनिकतम पद्धति है। इस पद्धति में पानी की अत्यधिक बचत होती है इस पद्धति के अन्तर्गत पानी पौधों .....
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वर्षाजल संरक्षण, संवर्धन एवं भूजल पुनर्भरण कार्य
उत्तराखंड राज्य में लगातार भूगर्भीय जल के बढ़ते उपयोग एवं उनके अनियोजित दोहन होने तथा प्र्याप्त सम्भरण न होने के कारण
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